भारत सरकार के नागर विमानन मंत्रालय ने पवन हंस लिमिटेड को देश भर में हेलीपोर्ट के विकास के लिए नोडल एजेंसी के रूप में नामित किया है।
पवन हंस देश भर में 80 से अधिक हेलीपोर्ट के विकास के लिए कंसल्टेंसी/प्रोजेक्ट मैनेजमेंट सेवाएं प्रदान कर रहा है, जिनमें से 54 हेलीपोर्ट आरसीएस उड़ान योजना के तहत विकसित किए जा रहे हैं।
देश के 16 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में, जिनमें अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, सिक्किम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, लक्षद्वीप, लद्दाख, गुजरात, हरियाणा, तमिलनाडु, कर्नाटक और गोवा शामिल हैं, डीजीसीए/आईसीएओ मानकों का पूरी तरह पालन करते हुए हेलीपोर्ट बनाए जा रहे हैं।
रोहिणी हैलीपोर्ट .. एक शुरूआत
पवन हंस द्वारा रोहिणी, नई दिल्ली में देश के पहले हैलीपोर्ट का विकास किया गया है । इस हैलीपोर्ट से प्रत्येक प्रकार की हैलीकॉप्टर प्रचालन सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी तथा यह इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से भीड़ कम करने में भी सहायक होगा और साथ ही इससे देश के उत्तरी भाग के लिए नियमित यात्री सेवाओं, हैली सेवाओं, हैलीकॉप्टरों की लैंडिंग एवं पार्किंग,