1. ऊर्जा सेक्टर:
पवन हंस द्वारा पावर ग्रिड के लिए एक पॉयलट परियोजना के तौर पर चालू करंट के दौरान हाई टेंशन तारों के इंस्यूलेटरों की धुलाई के लिए सेवाएं प्रदान की गई हैं :
- सफाई : 3023 टॉवर
- उड़ान : 462 घंटे
- क्षेत्र : दिल्ली रा.रा.क्षे. तथा कानपुर
पवन हंस द्वारा पाइपलाइन निगरानी, एरियल फोटोग्राफी इत्यादि जैसे स्मार्ट कार्यों के लिए भी सेवाएं प्रदान की जाती हैं ।
2. पाइपलाइन निगरानी:
पवन हंस ने गेल (इंडिया) लिमिटेड के लिए अपना एक एएस350बी3 हैलीकॉप्टर भारत में विभिन्न गंतव्यों पर स्थित पाइपलाइनों की निगरानी के लिए तैनात किया है । पवन हंस द्वारा ऑयल इंडिया लिमिटेड के प्रचालनों के लिए भी एक एएस350 बी3 हैलीकॉप्टर सेवा के लिए प्रदान किया गया है ।
3. आपदा प्रबंधन:
वर्ष 2013 में उत्तराखंड में घटित बाढ़ आपदा, वर्ष 2011 में सिक्किम में भूकंप, जम्मू व कश्मीर में बाढ़ इत्यादि जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान प्रमुख भूमिका का निर्वाह किया गया है । ऐसी आपदाओं के दौरान पवन हंस द्वारा अपनी जनशक्ति तथा मशीनरी उपलब्ध करवाकर हजारों जानें बचाई गई हैं तथा अनेक टन सामग्री पहुंचाई गई है ।
जोखिम
- सामान्य से विकट भूकंपीय क्षेत्र : भारत की 59% भूमि
- बाढ़ संभावित क्षेत्र: 40 मिलियन हैक्टेयर
- चक्रवात: विश्व के चक्रवाती भाग का 10%
4. कानून एवं व्यवस्था निगरानी:
रांची, रायपुर, गाढ़चिरौली, कोरापुट तथा अगरतला जैसे क्षेत्रों में नक्सल रोधी कार्यवाहियों के लिए 6 हैलीकॉप्टर उपलब्ध करवाए गए हैं ।
- भारत विश्व के सर्वाधिक आंतकवाद प्रभावित देशों में से एक है ।
- 26/11 मुम्बई, जयपुर, अहमदाबाद, सूरत, दिल्ली, गुवाहाटी में बम फटने, काबुल में भारतीय दूतावास पर हमले जैसे सात प्रमुख आंतकवादी हमले किए जा चुके हैं ।
- देश के 28 राज्यों में 13 राज्य माओवादी हिंसा से प्रभावित हैं ।
- नक्सली खतरे से 92 जिले प्रभावित हैं ।
- 20,000 से भी अधिक विद्रोही सक्रिय हैं ।
- 6,000 लोग नक्सली कार्रवाईयों से मारे गए हैं ।
5. हैलीकॉप्टर आपात्त चिकित्सा सेवाएं:
नीचे प्रस्तुत कुछ तथ्यों के अनुसार भारत में घटित होने वाली अप्राकृतिक दुर्घटनाओं को विचार में लेकर शीघ्र ही पवन हंस द्वारा आपात्त चिकित्सा सेवाएं लॉंच की जाएंगी :-
- वर्ष 2013 के दौरान ‘अप्राकृतिक दुर्घटनाओं’ के कुल 7,08,478 मामलों में 3,77,758 लोगों की मृत्यु हुई है तथा 5,05,368 घायल हुए हैं ।
- वर्ष 2013 के दौरान दुर्घटनाओं के कारण हुई मौतों के अप्राकृतिक कारण
- सड़क दुर्घटनाएं: 36.4%
- रेल दुर्घटनाएं : 8.0%
- हैलीकॉप्टरों के प्रयोग से आपात्त निकासी करके दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों में कमी लाई जा सकती है ।
6. पॉवर ग्रिड के लिए हॉट लाइन इंस्यूलेटर धुलाई (पीजीसीएल):
भारत में पहली बार पॉवर ग्रिड कारपोरेशन के सहयोग से पवन हंस द्वारा चालू करेंट के दौरान हाई टेंशन तारों की धुलाई के लिए अपनी अमूल्य हैलीकॉप्टर सेवाएं प्रदान की गई हैं ।