पवन हंस लिमिटेड: सी.ए.आर.-147(बेसिक) ट्रेनिंग अकादमी, नई दिल्ली
सी.ए.आर.-147 (बेसिक) ट्रेनिंग अकादमी पवन हंस लिमिटेड (सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम) तथा जामिया मिलिया इस्लामिया (केन्द्रीय विश्वविद्यालय) के मध्य दिनांक 22 जुलाई, 2017 को स्व-वित्त योजना (एस.एफ.एस.) के अंतर्गत हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन (दिनांक 14 जून, 2018 को हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन परिशिष्ट के साथ) के माध्यम से स्थापित संयुक्त उद्यम है।
प्रशिक्षण अकादमी की स्थापना विद्यार्थियों को नागर विमानन अपेक्षाएं 66 की अपेक्षाओं के अनुरूप विमानन श्रेत्र की नवीनतम प्रौद्योगिकी का विश्व स्तरीय ज्ञान एवं व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करके उन्हें नागर विमानन महानिदेशालय लाइसेंस (मैकेनिकल / विमानन विधा में ए.एम.ई. लाइसेंस) की प्राप्ति की मापांक परीक्षा के योग्य बनाने के लिए की गई है। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा कर लेने के पश्चात विद्यार्थियों को नागर विमानन अपेक्षाएं-147 (आधारभूत) दिशानिर्देशों के अनुरूप पाठ्यक्रम प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की संरचना विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिनांक 16 जून, 2017 के पत्र संख्या 1-14/2016 (सीपी-II) के अनुसार तैयार किए जाने को संज्ञान में लेकर जामिया मिलिया विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों को विज्ञान स्नातक (वैमानिकी) की डिग्री भी प्रदान की जाएगी।
वैमानिकी विधा में विज्ञान स्नातक के लिए पूर्व स्नातक कार्यक्रम तीन वर्षीय है तथा इससे विद्यार्थियों में विमानन क्षेत्र में एम.बी.ए. जैसी उच्चतर अकादमिक शिक्षा प्राप्त करने की सशक्त विमानन पृष्ठभूमि का निर्माण हो सकेगा जो विमानन उद्योग में उच्चतर स्तर प्राप्त करने के प्रति उन्हें सक्षम बनाएगी। इसके अलावा नागर विमानन महानिदेशालय का अपेक्षित लाइसेंस प्राप्त कर लेने के पश्चात विमान अनुरक्षण इंजीनियरिंग के क्षेत्र में विद्यार्थियों को अपार संभावनाएं उपलब्ध हो सकेंगी। भारत की प्रगति में विमानन उद्योग की भूमिका महत्वपूर्ण है तथा देश के समग्र विकास को उच्चतर गति प्रदान करने में इस उद्योग का योगदान काफी महत्वपूर्ण होगा। देश में मुक्त आकाश नीति के परिणाम देखने में आए हैं जिसके फलस्वरूप विमान सेवाओं में अतिरिक्त बढ़ोतरी हुई है जिसे संज्ञान में लेकर इसकी समग्र अवसंरचना का समानांतर विकास किया जाना आवश्यक है। तदनुसार, विमानों, हैलीकॉटरों तथा समवर्गी सेवाओं की बढ़ती हुई संख्या के अनुरूप विमानन उद्योग से संबंद्ध सभी क्रियाओं के लिए कुशल जनशक्ति की अत्यधिक अपेक्षाएं उत्पन्न होंगी।
आधारभूत विमान अनुरक्षण इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम विमान अनुरक्षण इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नागर विमानन महानिदेशालय द्वारा आयोजित की जाने वाली आधारभूत ए.एम.ई. लाइसेंस परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने से जुड़ी सभी मूलभूत अपेक्षाओं के अनुरूप है। विद्यार्थियों को नागर विमानन अपेक्षाएं 145 के लिए अनुमोदित अनुरक्षण संगठनों में हैलीकॉप्टरों के अनुरक्षण की प्रक्रिया का अध्ययन करने के अवसर प्रदान किए जाएंगे। अकादमिक, व्यावहारिक एवं निगमित अनुभव से सम्पन्न संकाय दल इस संस्थान से जुड़े हुए हैं। इसके संकाय में अनुभवी इंजीनियर, इंजीनियरिंग प्रबंधन, विपणन, वित्त, इंफोटैक, सामग्री प्रबंधन जैसे विषयों के विशेषज्ञ हैं। विमान अनुरक्षण इंजीनियरिंग के क्षेत्र के प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा विद्यार्थियों को विमान तथा इसकी प्रणाली का वृहद ज्ञान प्रदान करने के लिए तैयार की गई है तथा इसमें कौशल विकास एवं उत्तम अनुरक्षण व्यवहारों को प्रधानता दी गई है जिससे विद्यार्थी प्रशिक्षित एवं सक्षम अनुरक्षण व्यावसायिक बन सकें। विमानन क्षेत्र के लिए अपेक्षित कौशल को प्राप्त करने के उद्देश्य से अनिवार्य निदेशों में सैद्धांतिक कक्षाओं एवं व्यावहारिक सत्रों को पर्याप्त रूप में शामिल किया गया है। कार -147 (बेसिक) प्रशिक्षण के लिए संपूर्ण पाठ्यक्रम पांच सेमेस्टर में विभाजित किया गया है जो ढाई साल की अवधि के भीतर कवर किया जाएगा।