जनहित प्रकटीकरण और मुखबिरों की सुरक्षा (पीआईडीपीआई) के तहत शिकायत सचिव, केंद्रीय सतर्कता आयोग, सतर्कता भवन, ब्लॉक-ए, जीपीओ कॉम्प्लेक्स, आईएनए, नई दिल्ली-110023 को संबोधित की जानी चाहिए।   |   उड़ानों की बुकिंग के लिए सहायता चाहिए, कृपया टोल फ्री नंबर 1800 180 3649 के माध्यम से हमसे संपर्क करें   |   यदि शिकायतों का आंतरिक समाधान नहीं हो पाता है, तो लोक शिकायत निदेशालय (डीपीजी) (https://dpg.gov.in) से शिकायत के निवारण के लिए संपर्क किया जा सकता है।   |   रोहिणी हेलीपोर्ट, दिल्ली में पहले आओ पहले पाओ के आधार पर पट्टे के लिए उपलब्ध हैंगर स्पेस   |   भारत के संविधान की प्रस्तावना  |   विमानन अकादमी दिल्ली में दाखिला  |   पीएचएल इंटर्नशिप   -  योजना  (यहां क्लिक करे),  आवेदन  (यहां क्लिक करे)   |   पीएचटीआई मुंबई में बैचलर ऑफ एरोनॉटिक्स एंड एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियरिंग के लिए एडमिशन ओपन  (यहां क्लिक करे)   |   उड़ानों की बुकिंग के लिए सहायता चाहिए, कृपया टोल फ्री नंबर 1800 180 3649 के माध्यम से हमसे संपर्क करें   |   पारदर्शिता लेखापरीक्षा के लिए एक ढांचा     |   स्वच्छता शपथ





कैरियर

नियोजन

प्रत्येक छात्र दोहरी योग्यता प्राप्त करने के लिए पात्र होगा अर्थात बीएससी (एयरोनॉटिक्स) डिग्री और सर्टिफिकेट ऑफ कोर्स पूर्ण होने के बाद पूर्ण तीन वर्ष (छह सेमेस्टर) प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल समापन के बाद। इससे विद्यार्थियों के सम्‍मुख अपने नियोजन के लिए निम्‍नलिखित विकल्‍प उपलब्‍ध होंगे :-

i) वैमानिकी विधा में विज्ञान स्‍नातक के लिए पूर्व स्‍नातक कार्यक्रम तीन वर्षीय है तथा इससे विद्यार्थियों में विमानन क्षेत्र में एम.बी.ए. जैसी उच्‍चतर अकादमिक शिक्षा प्राप्‍त करने की सशक्‍त विमानन पृष्‍ठभूमि का निर्माण हो सकेगा जो विमानन उद्योग में उच्‍चतर स्‍तर प्राप्‍त करने के प्रति उन्‍हें सक्षम बनाएगी।

ii) इसके अलावा विमान अनुरक्षण इंजीनियरिंग के क्षेत्र में विद्यार्थियों को अपार संभावनाएं उपलब्‍ध हो सकेंगी। विद्यार्थी नागर विमानन महानिदेशालय द्वारा आयोजित की जाने वाली मापांक परीक्षाओं में बैठ सकेंगे तथा विमान / हैलीकॉप्‍टर अनुरक्षण/प्रमाणन के नागर विमानन महानिदेशालय लाइसेंस की प्राप्ति के लिए अपेक्षित मापांक प्राप्‍त कर सकेंगे। भारत की प्रगति में विमानन उद्योग की भूमिका महत्‍वपूर्ण है तथा देश के समग्र विकास को उच्‍चतर गति प्रदान करने में इस उद्योग का योगदान काफी महत्‍वपूर्ण होगा। देश में मुक्‍त आकाश नीति के परिणाम देखने में आए हैं जिसके फलस्‍वरूप विमान सेवाओं में अतिरिक्‍त बढ़ोतरी हुई है जिसे संज्ञान में लेकर इसकी समग्र अवसंरचना का समानांतर विकास किया जाना आवश्‍यक है। तदनुसार, विमानों, हैलीकॉटरों तथा समवर्गी सेवाओं की बढ़ती हुई संख्‍या के अनुरूप विमानन उद्योग से संबंद्ध सभी क्रियाओं के लिए कुशल जनशक्ति की अत्‍यधिक अपेक्षाएं उत्‍पन्‍न होंगी। कार -147 (बेसिक) प्रशिक्षण के लिए संपूर्ण पाठ्यक्रम पांच सेमेस्टर में विभाजित किया गया है जो ढाई साल की अवधि के भीतर कवर किया जाएगा।

नियोजन सहायता

विद्यार्थियों की नियोजन से संबंधित सभी आवश्‍यकताओं की पूर्ति के लिए जामिया मिलिया इस्‍लामिया विश्‍वविद्यालय में पूर्णत: विकसित एवं स‍मर्पित नियोजन कक्ष स्‍थापित है।

भारत के सबसे बड़े हैलीकॉप्‍टर प्रचालक पवन हंस लिमिटेड को कुशल जनशक्ति की अपेक्षा सदैव रहती है। विद्यार्थियों को कम्‍पनी में रोजगार के लिए विचार में लिए जाने के अनेक अवसर उपलब्‍ध होंगे। पवन हंस लिमिटेड द्वारा विमानन उद्योग, एयरलाइनों अथवा ए.एम.ओ./एम.आर.ओ. में रोजगार प्रदान के संबंध में प्रत्‍येक संभव सहायता उपलब्‍ध करवाई जाएगी।

नोट:- विद्यार्थियों द्वारा नियोक्‍ता कम्‍पनी / नियोक्‍ता के चयन मानदंडों को पूरा करने की शर्त पर प्रबंधन द्वारा विद्यार्थियों को नियोजन /नियुक्ति के लिए प्रत्‍येक संभव सहायता प्रदान की जाएगी।

अधिक जानकारी के लिए, कृपया संपर्क करें

श्री मोहम्मद आमिर
संयुक्त महाप्रबंधक, (विमानन अकादमी)
फ़ोन: 011-26981717, एक्सटेंशन - 2220
ईमेल: mohammad[dot]ameer[at]pawanhans[dot]co[dot]in
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