उत्कृष्टता का अनुगमन करते हुए पवन हंस लिमिटेड द्वारा 22 अक्तूबर, 2009 को मुम्बई में पवन हंस हैलीकॉप्टर प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किया गया है । यह संस्थान विमान अनुरक्षण अभियांत्रिकी के पाठ्यक्रमों के संचालन के लिए नागर विमानन महानिदेशालय, भारत सरकार से अनुमोदन प्राप्त है ।
विमान अनुरक्षण अभियांत्रिकी के क्षेत्र की प्रारम्भिक प्रशिक्षण अनुमोदित अपेक्षाओं के अनुरूप विमान अनुरक्षण अभियांत्रिकी के पाठ्यक्रम नागर विमानन महानिदेशालय द्वारा संचालित की जाने वाली बेसिक एएमई लाइसेंसिंग परीक्षा की तैयारी के लिए सहायक हैं । मैकेनिकल (आरए, जेई तथा पीई) के क्षेत्र के लिए पाठ्यक्रम की अवधि 3 वर्ष पूर्णकालिक है । प्रशिक्षण में सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक दोनों सत्र शामिल किए गए हैं । विद्यार्थियों को नागर विमानन अपेक्षाएं145 के अनुसार अनुमोदित अनुरक्षण संगठनों में हैलीकॉप्टरों के अनुरक्षण से संबंधित अध्ययन के अवसर प्राप्त होते हैं । अकादमिक, व्यावहारिक एवं निगमित अनुभव से समृद्ध संकाय सदस्य संस्थान से जुड़े हुए हैं । इसके संकाय में अनुभवी इंजीनियर, पॉयलट 8 – अभियांत्रिकी प्रबंधन, विपणन, वित्त, इन्फोटैक तथा सामग्री प्रबंधन के क्षेत्र के उद्योग विशेषज्ञ हैं ।
विमान अनुरक्षण अभियांत्रिकी के क्षेत्र के लिए प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों का निर्माण विद्यार्थियों को विमान तथा इसकी प्रणालियों का विस्तृत ज्ञान दिए जाने तथा साथ ही उनके कौशल विकास एवं अच्छे अनुरक्षण व्यवहारों के प्रति उन्हें सक्षम बनाने के लिए किया गया है जिससे वे प्रशिक्षित एवं सक्षम अनुरक्षण व्यावसायिक बन सकें । कौशल भारत के स्वप्न को साकार करने के लिए अनिवार्य अनुदेशों में सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक सत्रों को समान रूप से इसमें शामिल किया गया है ।